Deutsch 40-Matthaus 017(Schl2000)
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Listen
1 | Matthaus 17,1 | Und nach sechs Tagen nahm Jesus den Petrus, den Jakobus und dessen Bruder Johannes mit sich und führte sie beiseite auf einen hohen Berg. | --- nach ----- ----- nahm ----- --- Petrus, --- ------- und ------ ------ Johannes --- ---- und ------- --- beiseite --- ----- hohen ----- | --- ---- sechs ----- ---- ----- --- Petrus, --- ------- --- ------ Bruder -------- --- ---- --- führte --- -------- --- ----- hohen ----- | Matthaus 17,1 |
2 | Matthaus 17,2 | Und er wurde vor ihnen verklärt, und sein Angesicht leuchtete wie die Sonne, und seine Kleider wurden weiß wie das Licht. | --- er ----- --- ihnen ---------- --- sein --------- --------- wie --- ------ und ----- ------- wurden ----- --- das ------ | --- -- wurde --- ----- ---------- --- sein --------- --------- --- --- Sonne, --- ----- ------- ------ weiß --- --- ------ | Matthaus 17,2 |
3 | Matthaus 17,3 | Und siehe, es erschienen ihnen Mose und Elia, die redeten mit ihm. | --- siehe, -- ---------- ihnen ---- --- Elia, --- ------- mit ---- | --- ------ es ---------- ----- ---- --- Elia, --- ------- --- ---- | Matthaus 17,3 |
4 | Matthaus 17,4 | Da begann Petrus und sprach zu Jesus: Herr, es ist gut, dass wir hier sind! Wenn du willst, so lass uns hier drei Hütten bauen, dir eine und Mose eine und Elia eine. | -- begann ------ --- sprach -- ------ Herr, -- --- gut, ---- --- hier ----- ---- du ------- -- lass --- ---- drei ------- ------ dir ---- --- Mose ---- --- Elia ----- | -- ------ Petrus --- ------ -- ------ Herr, -- --- ---- ---- wir ---- ----- ---- -- willst, -- ---- --- ---- drei ------- ------ --- ---- und ---- ---- --- ---- eine. | Matthaus 17,4 |
5 | Matthaus 17,5 | Als er noch redete, siehe, da überschattete sie eine lichte Wolke, und siehe, eine Stimme aus der Wolke sprach: Dies ist mein geliebter Sohn, an dem ich Wohlgefallen habe; auf ihn sollt ihr hören! | --- er ---- ------- siehe, -- -------------- sie ---- ------ Wolke, --- ------ eine ------ --- der ----- ------- Dies --- ---- geliebter ----- -- dem --- ------------ habe; --- --- sollt --- ------- | --- -- noch ------- ------ -- -------------- sie ---- ------ ------ --- siehe, ---- ------ --- --- Wolke ------- ---- --- ---- geliebter ----- -- --- --- Wohlgefallen ----- --- --- ----- ihr ------- | Matthaus 17,5 |
6 | Matthaus 17,6 | Als die Jünger das hörten, fielen sie auf ihr Angesicht und fürchteten sich sehr. | --- die ------- --- hörten, ------ --- auf --- --------- und ----------- ---- sehr. | --- --- Jünger --- -------- ------ --- auf --- --------- --- ----------- sich ----- | Matthaus 17,6 |
7 | Matthaus 17,7 | Und Jesus trat herzu, rührte sie an und sprach: Steht auf und fürchtet euch nicht! | --- Jesus ---- ------ rührte --- -- und ------- ----- auf --- --------- euch ------ | --- ----- trat ------ ------- --- -- und ------- ----- --- --- fürchtet ---- ------ | Matthaus 17,7 |
8 | Matthaus 17,8 | Als sie aber ihre Augen erhoben, sahen sie niemand als Jesus allein. | --- sie ---- ---- Augen -------- ----- sie ------- --- Jesus ------- | --- --- aber ---- ----- -------- ----- sie ------- --- ----- ------- | Matthaus 17,8 |
9 | Matthaus 17,9 | Und als sie den Berg hinabgingen, gebot ihnen Jesus und sprach: Sagt niemand von dem Gesicht, bis der Sohn des Menschen aus den Toten auferstanden ist! | --- als --- --- Berg ------------ ----- ihnen ----- --- sprach: ---- ------- von --- -------- bis --- ---- des -------- --- den ----- ------------ ist! | --- --- sie --- ---- ------------ ----- ihnen ----- --- ------- ---- niemand --- --- -------- --- der ---- --- -------- --- den ----- ------------ ---- | Matthaus 17,9 |
10 | Matthaus 17,10 | Und seine Jünger fragten ihn und sprachen: Warum sagen denn die Schriftgelehrten, dass zuvor Elia kommen müsse? | --- seine ------- ------- ihn --- --------- Warum ----- ---- die ----------------- ---- zuvor ---- ------ müsse? | --- ----- Jünger ------- --- --- --------- Warum ----- ---- --- ----------------- dass ----- ---- ------ ------- | Matthaus 17,10 |
11 | Matthaus 17,11 | Jesus aber antwortete und sprach zu ihnen: Elia kommt freilich zuvor und wird alles wiederherstellen. | ----- aber ---------- --- sprach -- ------ Elia ----- -------- zuvor --- ---- alles ----------------- | ----- ---- antwortete --- ------ -- ------ Elia ----- -------- ----- --- wird ----- ----------------- | Matthaus 17,11 |
12 | Matthaus 17,12 | Ich sage euch aber, dass Elia schon gekommen ist; und sie haben ihn nicht anerkannt, sondern mit ihm gemacht, was sie wollten. Ebenso wird auch der Sohn des Menschen von ihnen leiden müssen. | --- sage ---- ----- dass ---- ----- gekommen ---- --- sie ----- --- nicht ---------- ------- mit --- -------- was --- -------- Ebenso ---- ---- der ---- --- Menschen --- ----- leiden -------- | --- ---- euch ----- ---- ---- ----- gekommen ---- --- --- ----- ihn ----- ---------- ------- --- ihm -------- --- --- -------- Ebenso ---- ---- --- ---- des -------- --- ----- ------ müssen. | Matthaus 17,12 |
13 | Matthaus 17,13 | Da verstanden die Jünger, dass er zu ihnen von Johannes dem Täufer redete. | -- verstanden --- -------- dass -- -- ihnen --- -------- dem ------- ------- | -- ---------- die -------- ---- -- -- ihnen --- -------- --- ------- redete. | Matthaus 17,13 |
14 | Matthaus 17,14 | Und als sie zur Volksmenge kamen, trat ein Mensch zu ihm, fiel vor ihm auf die Knie | --- als --- --- Volksmenge ------ ---- ein ------ -- ihm, ---- --- ihm --- --- Knie | --- --- sie --- ---------- ------ ---- ein ------ -- ---- ---- vor --- --- --- ---- | Matthaus 17,14 |
15 | Matthaus 17,15 | und sprach: Herr, erbarme dich über meinen Sohn, denn er ist mondsüchtig und leidet schwer; er fällt nämlich oft ins Feuer und oft ins Wasser! | --- sprach: ----- ------- dich ----- ------ Sohn, ---- -- ist ------------ --- leidet ------- -- fällt -------- --- ins ----- --- oft --- ------- | --- ------- Herr, ------- ---- ----- ------ Sohn, ---- -- --- ------------ und ------ ------- -- ------ nämlich --- --- ----- --- oft --- ------- | Matthaus 17,15 |
16 | Matthaus 17,16 | Und ich habe ihn zu deinen Jüngern gebracht, aber sie konnten ihn nicht heilen. | --- ich ---- --- zu ------ -------- gebracht, ---- --- konnten --- ----- heilen. | --- --- habe --- -- ------ -------- gebracht, ---- --- ------- --- nicht ------- | Matthaus 17,16 |
17 | Matthaus 17,17 | Da antwortete Jesus und sprach: O du ungläubiges und verkehrtes Geschlecht! Wie lange soll ich bei euch sein? Wie lange soll ich euch ertragen? Bringt ihn her zu mir! | -- antwortete ----- --- sprach: - -- ungläubiges --- ---------- Geschlecht! --- ----- soll --- --- euch ----- --- lange ---- --- euch --------- ------ ihn --- -- mir! | -- ---------- Jesus --- ------- - -- ungläubiges --- ---------- ----------- --- lange ---- --- --- ---- sein? --- ----- ---- --- euch --------- ------ --- --- zu ---- | Matthaus 17,17 |
18 | Matthaus 17,18 | Und Jesus befahl dem Dämon, und er fuhr von ihm aus, und der Knabe war gesund von jener Stunde an. | --- Jesus ------ --- Dämon, --- -- fuhr --- --- aus, --- --- Knabe --- ------ von ----- ------ an. | --- ----- befahl --- ------- --- -- fuhr --- --- ---- --- der ----- --- ------ --- jener ------ --- | Matthaus 17,18 |
19 | Matthaus 17,19 | Da traten die Jünger allein zu Jesus und sprachen: Warum konnten wir ihn nicht austreiben? | -- traten --- ------- allein -- ----- und --------- ----- konnten --- --- nicht ----------- | -- ------ die ------- ------ -- ----- und --------- ----- ------- --- ihn ----- ----------- | Matthaus 17,19 |
20 | Matthaus 17,20 | Jesus aber sprach zu ihnen: Um eures Unglaubens willen! Denn wahrlich, ich sage euch: Wenn ihr Glauben hättet wie ein Senfkorn, so würdet ihr zu diesem Berg sprechen: Hebe dich weg von hier dorthin! und er würde sich hinwegheben; und nichts würde euch unmöglich sein. | ----- aber ------ -- ihnen: -- ----- Unglaubens ------- ---- wahrlich, --- ---- euch: ---- --- Glauben ------- --- ein --------- -- würdet --- -- diesem ---- --------- Hebe ---- --- von ---- -------- und -- ------ sich ------------ --- nichts ------ ---- unmöglich ----- | ----- ---- sprach -- ------ -- ----- Unglaubens ------- ---- --------- --- sage ----- ---- --- ------- hättet --- --- --------- -- würdet --- -- ------ ---- sprechen: ---- ---- --- --- hier -------- --- -- ------ sich ------------ --- ------ ------ euch ---------- ----- | Matthaus 17,20 |
21 | Matthaus 17,21 | Aber diese Art fährt nicht aus außer durch Gebet und Fasten. | ---- diese --- ------ nicht --- ------ durch ----- --- Fasten. | ---- ----- Art ------ ----- --- ------ durch ----- --- ------- | Matthaus 17,21 |
22 | Matthaus 17,22 | Als sie nun ihren Weg durch Galiläa nahmen, sprach Jesus zu ihnen: Der Sohn des Menschen wird in die Hände der Menschen ausgeliefert werden, | --- sie --- ----- Weg ----- -------- nahmen, ------ ----- zu ------ --- Sohn --- -------- wird -- --- Hände --- -------- ausgeliefert ------- | --- --- nun ----- --- ----- -------- nahmen, ------ ----- -- ------ Der ---- --- -------- ---- in --- ------ --- -------- ausgeliefert ------- | Matthaus 17,22 |
23 | Matthaus 17,23 | und sie werden ihn töten, und am dritten Tag wird er auferweckt werden. Und sie wurden sehr betrübt. | --- sie ------ --- töten, --- -- dritten --- ---- er ---------- ------- Und --- ------ sehr --------- | --- --- werden --- ------- --- -- dritten --- ---- -- ---------- werden. --- --- ------ ---- betrübt. | Matthaus 17,23 |
24 | Matthaus 17,24 | Als sie aber nach Kapernaum kamen, traten die Einnehmer der Tempelsteuer zu Petrus und sprachen: Zahlt euer Meister nicht auch die zwei Drachmen? | --- sie ---- ---- Kapernaum ------ ------ die --------- --- Tempelsteuer -- ------ und --------- ----- euer ------- ----- auch --- ---- Drachmen? | --- --- aber ---- --------- ------ ------ die --------- --- ------------ -- Petrus --- --------- ----- ---- Meister ----- ---- --- ---- Drachmen? | Matthaus 17,24 |
25 | Matthaus 17,25 | Er antwortete: Doch! Und als er ins Haus trat, kam ihm Jesus zuvor und sprach: Was meinst du, Simon, von wem nehmen die Könige der Erde den Zoll oder die Steuer, von ihren Söhnen oder von den Fremden? | -- antwortete: ----- --- als -- --- Haus ----- --- ihm ----- ----- und ------- --- meinst --- ------ von --- ------ die ------- --- Erde --- ---- oder --- ------- von ----- ------- oder --- --- Fremden? | -- ----------- Doch! --- --- -- --- Haus ----- --- --- ----- zuvor --- ------- --- ------ du, ------ --- --- ------ die ------- --- ---- --- Zoll ---- --- ------- --- ihren ------- ---- --- --- Fremden? | Matthaus 17,25 |
26 | Matthaus 17,26 | Petrus sagte zu ihm: Von den Fremden. Da sprach Jesus zu ihm: So sind also die Söhne frei! | ------ sagte -- ---- Von --- -------- Da ------ ----- zu ---- -- sind ---- --- Söhne ----- | ------ ----- zu ---- --- --- -------- Da ------ ----- -- ---- So ---- ---- --- ------ frei! | Matthaus 17,26 |
27 | Matthaus 17,27 | Damit wir ihnen aber keinen Anstoß geben, geh hin an den See, wirf die Angel aus und nimm den ersten Fisch, den du herausziehst, und wenn du sein Maul öffnest, wirst du einen Stater finden; den nimm und gib ihn für mich und dich! | ----- wir ----- ---- keinen ------- ------ geh --- -- den ---- ---- die ----- --- und ---- --- ersten ------ --- du ------------- --- wenn -- ---- Maul --------- ----- du ----- ------ finden; --- ---- und --- --- für ---- --- dich! | ----- --- ihnen ---- ------ ------- ------ geh --- -- --- ---- wirf --- ----- --- --- nimm --- ------ ------ --- du ------------- --- ---- -- sein ---- --------- ----- -- einen ------ ------- --- ---- und --- --- ---- ---- und ----- | Matthaus 17,27 |