Deutsch 35-Habakuk 001(Schl2000)

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Listen

1

Habakuk 1,1

Der Ausspruch, den der Prophet Habakuk geschaut hat:

--- Ausspruch, --- --- Prophet ------- -------- hat:

--- ---------- den --- ------- ------- -------- hat:

Habakuk 1,1


2

Habakuk 1,2

Wie lange, o HERR, rufe ich [schon], ohne dass du hörst! Ich schreie zu dir [wegen des] Unrechts, und du hilfst nicht.

--- lange, - ----- rufe --- -------- ohne ---- -- hörst! --- ------- zu --- ------ des] --------- --- du ------ ------

--- ------ o ----- ---- --- -------- ohne ---- -- ------- --- schreie -- --- ------ ---- Unrechts, --- -- ------ ------

Habakuk 1,2


3

Habakuk 1,3

Warum lässt du mich Bosheit sehen und schaust dem Unheil zu? Bedrückung und Gewalttat werden vor meinen Augen begangen; es entsteht Streit, und Zank erhebt sich.

----- lässt -- ---- Bosheit ----- --- schaust --- ------ zu? ----------- --- Gewalttat ------ --- meinen ----- --------- es -------- ------- und ---- ------ sich.

----- ------ du ---- ------- ----- --- schaust --- ------ --- ----------- und --------- ------ --- ------ Augen --------- -- -------- ------- und ---- ------ -----

Habakuk 1,3


4

Habakuk 1,4

Darum wird das Gesetz kraftlos, und das Recht bricht nicht mehr durch; denn der Gottlose bedrängt den Gerechten von allen Seiten; darum kommt das Urteil verkehrt heraus!

----- wird --- ------ kraftlos, --- --- Recht ------ ----- mehr ------ ---- der -------- --------- den --------- --- allen ------- ----- kommt --- ------ verkehrt -------

----- ---- das ------ --------- --- --- Recht ------ ----- ---- ------ denn --- -------- --------- --- Gerechten --- ----- ------- ----- kommt --- ------ -------- -------

Habakuk 1,4


5

Habakuk 1,5

Seht euch um unter den Heidenvölkern und schaut umher; verwundert und entsetzt euch! Denn ich tue ein Werk in euren Tagen - ihr würdet es nicht glauben, wenn man es erzählte!

---- euch -- ----- den -------------- --- schaut ------ ---------- und -------- ----- Denn --- --- ein ---- -- euren ----- - ihr ------- -- nicht -------- ---- man -- ----------

---- ---- um ----- --- -------------- --- schaut ------ ---------- --- -------- euch! ---- --- --- --- Werk -- ----- ----- - ihr ------- -- ----- -------- wenn --- -- ----------

Habakuk 1,5


6

Habakuk 1,6

Denn siehe, ich erwecke die Chaldäer, ein bitterböses und ungestümes Volk, das die Weiten der Erde durchzieht, um Wohnsitze zu erobern, die ihm nicht gehören.

---- siehe, --- ------- die ---------- --- bitterböses --- ----------- Volk, --- --- Weiten --- ---- durchzieht, -- --------- zu -------- --- ihm ----- ---------

---- ------ ich ------- --- ---------- --- bitterböses --- ----------- ----- --- die ------ --- ---- ----------- um --------- -- -------- --- ihm ----- ---------

Habakuk 1,6


7

Habakuk 1,7

Es ist schrecklich und furchterregend; sein Recht und sein Ansehen gehen von ihm selbst aus.

-- ist ----------- --- furchterregend; ---- ----- und ---- ------- gehen --- --- selbst ----

-- --- schrecklich --- --------------- ---- ----- und ---- ------- ----- --- ihm ------ ----

Habakuk 1,7


8

Habakuk 1,8

Schneller als Leoparden sind seine Rosse und rascher als Wölfe am Abend; seine Reiter kommen im Galopp daher, von fernher kommen seine Reiter; sie fliegen daher wie ein Adler, der sich auf den Fraß stürzt.

--------- als --------- ---- seine ----- --- rascher --- ------ am ------ ----- Reiter ------ -- Galopp ------ --- fernher ------ ----- Reiter; --- ------- daher --- --- Adler, --- ---- auf --- ----- stürzt.

--------- --- Leoparden ---- ----- ----- --- rascher --- ------ -- ------ seine ------ ------ -- ------ daher, --- ------- ------ ----- Reiter; --- ------- ----- --- ein ------ --- ---- --- den ----- --------

Habakuk 1,8


9

Habakuk 1,9

Sie gehen alle auf Gewalttaten aus; ihre Angesichter streben [unaufhaltsam] vorwärts, und sie fegen Gefangene zusammen wie Sand.

--- gehen ---- --- Gewalttaten ---- ---- Angesichter ------- -------------- vorwärts, --- --- fegen --------- -------- wie -----

--- ----- alle --- ----------- ---- ---- Angesichter ------- -------------- ---------- --- sie ----- --------- -------- --- Sand.

Habakuk 1,9


10

Habakuk 1,10

Es spottet über die Könige, und für Fürsten hat es nur Gelächter übrig; es lacht über alle Festungen, schüttet Erde auf und erobert sie.

-- spottet ----- --- Könige, --- ---- Fürsten --- -- nur ---------- ------- es ----- ----- alle ---------- --------- Erde --- --- erobert ----

-- ------- über --- -------- --- ---- Fürsten --- -- --- ---------- übrig; -- ----- ----- ---- Festungen, --------- ---- --- --- erobert ----

Habakuk 1,10


11

Habakuk 1,11

Dann fährt es daher wie ein Sturmwind, geht weiter und lädt Schuld auf sich; denn diese seine Kraft macht es zu seinem Gott.

---- fährt -- ----- wie --- ---------- geht ------ --- lädt ------ --- sich; ---- ----- seine ----- ----- es -- ------ Gott.

---- ------ es ----- --- --- ---------- geht ------ --- ----- ------ auf ----- ---- ----- ----- Kraft ----- -- -- ------ Gott.

Habakuk 1,11


12

Habakuk 1,12

Bist du, o HERR, nicht von Urzeiten her mein Gott, mein Heiliger? Wir werden nicht sterben! HERR, zum Gericht hast du ihn eingesetzt, und zur Züchtigung hast du, o Fels, ihn bestimmt.

---- du, - ----- nicht --- -------- her ---- ----- mein --------- --- werden ----- -------- HERR, --- ------- hast -- --- eingesetzt, --- --- Züchtigung ---- --- o ----- --- bestimmt.

---- --- o ----- ----- --- -------- her ---- ----- ---- --------- Wir ------ ----- -------- ----- zum ------- ---- -- --- eingesetzt, --- --- ----------- ---- du, - ----- --- ---------

Habakuk 1,12


13

Habakuk 1,13

Deine Augen sind so rein, dass sie das Böse nicht ansehen können; du kannst dem Unheil nicht zuschauen. Warum siehst du denn den Frevlern schweigend zu, während der Gottlose den verschlingt, der gerechter ist als er?

----- Augen ---- -- rein, ---- --- das ----- ----- ansehen -------- -- kannst --- ------ nicht ---------- ----- siehst -- ---- den -------- ---------- zu, -------- --- Gottlose --- ------------ der --------- --- als ---

----- ----- sind -- ----- ---- --- das ----- ----- ------- -------- du ------ --- ------ ----- zuschauen. ----- ------ -- ---- den -------- ---------- --- -------- der -------- --- ------------ --- gerechter --- --- ---

Habakuk 1,13


14

Habakuk 1,14

Du lässt die Menschen so behandeln wie die Fische im Meer, wie das Gewürm, das keinen Herrscher hat.

-- lässt --- -------- so --------- --- die ------ -- Meer, --- --- Gewürm, --- ------ Herrscher ----

-- ------ die -------- -- --------- --- die ------ -- ----- --- das -------- --- ------ --------- hat.

Habakuk 1,14


15

Habakuk 1,15

Er fischt sie alle mit der Angel heraus, fängt sie mit seinem Netz und sammelt sie in sein Garn; darüber freut er sich und frohlockt.

-- fischt --- ---- mit --- ----- heraus, ------ --- mit ------ ---- und ------- --- in ---- ----- darüber ----- -- sich --- ----------

-- ------ sie ---- --- --- ----- heraus, ------ --- --- ------ Netz --- ------- --- -- sein ----- -------- ----- -- sich --- ----------

Habakuk 1,15


16

Habakuk 1,16

Darum opfert er auch seinem Netz und bringt seinem Garn Räucherwerk dar; denn ihnen verdankt er seine fetten Bissen und seine kräftige Nahrung.

----- opfert -- ---- seinem ---- --- bringt ------ ---- Räucherwerk ---- ---- ihnen -------- -- seine ------ ------ und ----- --------- Nahrung.

----- ------ er ---- ------ ---- --- bringt ------ ---- ------------ ---- denn ----- -------- -- ----- fetten ------ --- ----- --------- Nahrung.

Habakuk 1,16


17

Habakuk 1,17

Darf er aber darum sein Netz beständig ausleeren und ohne Erbarmen Völker hinmorden?

---- er ---- ----- sein ---- ---------- ausleeren --- ---- Erbarmen ------- ----------

---- -- aber ----- ---- ---- ---------- ausleeren --- ---- -------- ------- hinmorden?

Habakuk 1,17